हो बाबू आबे हमरा के देखतय तुरंत थे गेलौय रहे काम पर।हमरो बाल बच्चा अनाथ भेय गैलयह कह कर मृतक राजीव की पत्नी अचेत हो कर गिर जाती थी।गोपालपुर के सैदपुर गांव में सेफ्टी टैंक में हुए राजमिस्त्री राजीव के मौत हो जाने से पूरा परिवार पर मातम छा गया है। एकमात्र घर का काम आने वाला राजीव शौचालय निर्माण के दौरान दम घुटने से मौत हो गई राजीव की पत्नी एवं पुत्र दोनों का रो-रोकर हाल बुरा है। राजीव का दोनों पुत्र स्कूल में पढ़ता है। पत्नी राधा देवी घरेलू महिला है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि की राजीव पिछले कई वर्षों से राजमिस्त्री का काम करता था । भांजा को भी राजमिस्त्री का काम सिखा रहा था। अपने मामा राजीव के यहां रहता था। राजीव के ऊपर घर परिवार का पूरी जिम्मेवारी था। कुछ वर्ष पूर्व के पिता के निधन के बाद राजीव घर परिवार को चला रहा था। राजीव के मौत के बाद पूरा परिवार मातम छा गया गया।
वहीं दूसरी ओर सीटू शर्मा की मौत से उसका भी परिवार पूरा टूट गया है पिता पवन शर्मा एवं उसकी मां भाई का रो-रोकर हाल बुरा है परिजनों का कहना है कि हम लोग पता नहीं था कि इस तरह की घटना हो हो जाएगा घर परिवार की जिम्मेवार सिंटू पर था। इसीलिए वह मेहनत मजदूरी कर जीवन यापन करता था। अचानक दोनों की मौत हो जाने से गांव के लोगों एवं जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से मुआवजे का मांग भी किया है।