बिहपुर – शब ए बरात बहुत ही अजमत बाली रात होती हैं! इस रात की सभी मुसलमानों को एहतराम करनी चाहिए. इस रात को मुसलमानों को अपने पूर्वजो के लिए खुदा से मगफेरत की दुआ मांगनी चाहिए. कयोंकि इस रात को खुदा दुआ कबूल करते हैं!
उक्त बातें खानका ए आलिया फरिदिया मोहब्बतिया के सज्जादा नशीं हजरत अली कौनैन खॉ फरीदी एवं नायब सज्जादानशीं हजरत मौलाना अली शब्बर खॉ फरीदी ने खानका में शब ए बरात के बारे में विस्तार से बताया इस रात मस्जिदों,
खानकाहों, मजार शरीफ व घरों में तिलावतें कुरान शरीफ करें और नफल नमाज लोगो को अदा करनी चाहिए. अपने पूर्वजो के नाम नियाज फातिहा खानी करायें. सज्जादा नशीं ने आगे कहाकि खुदा के रसूल पैगम्बर मोहम्मद मुस्तफा सल्लाहो बसलम ने शब ए बरात की रात को इबादत की रात बताया. यह रात दुआओ के कबूल होने की रात है.
पैगम्बर मोहम्मद मुस्तफा सल्लाहो बसलम इस महिने में अक्सर रोजा रखा करते थे शब ए बरात की रात इबादत करने से साल भर का गुनाह माफ कर दिया जाता है इस बार शब ए बरात 28 मार्च को मनाया जायेगा. आगे फरिदी ने लोगो से सरकारी आदेश का पालन करते हुये त्योहार मनायें.