भागलपुर/ निभाष मोदी
भागलपुर, इंकलाब जिंदाबाद का शक्तिशाली नारा देने वाले शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह के 115 वीं जन्म वर्षगांठ के मौके पर आज उनके विचार, सपने व संघर्ष की विरासत के साथ बहुजन छात्रों के मुद्दे और आंदोलन की दिशा पर बहुजन स्टूडेंट यूनियन (बिहार )की ओर से अंबेडकर विचार व समाज कार्य विभाग तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में एक परिचर्चा कार्यक्रम रखा गया, जिसमें भगत सिंह के जो भी विचार थे ,जो भी सपने थे,
अपने देश के प्रति किस तरह व संघर्ष किए हैं उनके पद चिन्हों पर चलने की बात की गई ,चाहे वह छात्रों के मुद्दे हो चाहे आंदोलन की दिशा, उनके कई पहलुओं पर चर्चा परिचर्चा की गई, कई वक्ताओं ने भगत सिंह के विचार को भी साझा किया उन्होंने कहा भगत सिंह का कहना था दूसरों के कंधे पर तो सिर्फ जनाजे उठाए जाते हैं मैं एक ऐसा पागल हूं जो जेल में भी आजाद हूं इसलिए आपलोग भी अपने हक की लड़ाई के लिए आवाज उठाएं।
कार्यक्रम के दौरान प्रोफ़ेसर विलक्षण रविदास प्रोफ़ेसर योगेंद्र गौतम कुमार प्रीतम ,बहुजन स्टूडेंट यूनियन बिहार के दर्जनों कार्यकर्ता एवं विशिष्ट जनों ने अपने अपने विचारों को रखा, कार्यक्रम के दौरान दर्जनों लोग अंबेडकर विचार व समाज कार्य विभाग तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान सर्वप्रथम भगत सिंह को याद करते हुए उनके श्रद्धांजलि में उनके चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित की गई फिर सबों ने अपने अपने विचार प्रकट किए। कार्यक्रम के दौरान विलक्षण रविदास ने कहा कि शहीद भगत सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब हम उनके विचार सपने व संघर्ष के बताए हुए उनके पद चिन्हों पर चलें तभी उन को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
बाईट:- विलक्षण रविदास