


नवगछिया। बिहपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय पछियारी टोला औलियाबाद में मंगलवार को शहीद जुब्बा सहनी की 81वीं पुण्यतिथि मनाई गई। इस मौके पर प्रधानाध्यापक अनिल कुमार दीपक ने उनके जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि पंचायत की मुखिया उषा निषाद व पंसस दारोगा प्रसाद सिंह ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन के वीर सपूत जुब्बा सहनी ने 56 साथियों के प्राणों की रक्षा के लिए मुजफ्फरपुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। उन्होंने ब्रिटिश हुकूमत के सामने बोला था, अंग्रेज अफसर वालर को इनलोगों ने नहीं, मैंने मारा है।

महज 38 वर्ष की उम्र में 11 मार्च 1944 को उन्होंने फांसी के फंदे को हंसते-हंसते गले लगाया था। उनका जन्म 1906 ई में मुजफ्फरपुर जिले के मीनापुर थानांतर्गत चैनपुर गांव के निर्धन मल्लाह पाचू सहनी के घर हुआ था। जुब्बा सहनी ने विदेशी वस्त्र आयात व शराब की दुकान का विरोध के लिए व्यापक जन आंदोलन किया था। वहीं अनिता कुमारी समेत मो शमीम उद्दीन, क्रांति कुमारी, रोमा कुमारी, रविशंकर झा, मनीष कुमार, दयानंद यादव, रजनीकांत रंजन शिक्षक-शिक्षिका व तालिमी मरकज के तबरेज आलम आदि ने भी जुब्बा सहनी के कृतित्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में बाल संसद समेत बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भी जुब्बा सहनी को राष्ट्रीय प्रेरणा श्रोत बताया।
