होली त्यौहार पर जहां एक तरफ मॉडर्न युग के अनुसार गाने बजाने व DJ पर थिरक कर लोग आनंद मनाते हैं । वहीं बिहार के कई जिले कई गांव में आज भी वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार ही होली त्यौहार मनाया जाता है
। यह दृश्य है बिहार के बांका जिला अंतर्गत शंभूगंज प्रखंड के कदराचक गाँव का जहां कई वर्षों से ग्रामीण एकजुट होकर टोली बनाकर होली गायन करते हैं । वीडियो में आप देख सकतें हैं कि किस प्रकार से ग्रामीण एक साथ एक जुटता का बोध कराते हुए होली गाकर आनंद मना रहे हैं ।
यह दृश्य कदराचक के लाल भवन , स्व० मोती लाल ठाकुर के दरवाजे पर का हैं । जहां घंटों होली गायन हुआ । मौके पर उपस्थित कर्णवीर ठाकुर उर्फ़ डॉ० गोल्डन नें बताया कि उनके दादाजी के समय से ही दरवाजे पर होली गायन होता है जहां गांव के सभी लोग उपस्थित होकर होली गाते हैं व सबों को नाश्ता – पानी कराया जाता है यह परंपरा आज तक चलती आ रही है वही मौके पर ग्रामीणों द्वारा कई होली के गीतों का गायन हुआ जिसमें बम भोला बाबा कहाँ रंगेलो चदरिया जैसे कई गीत की प्रस्तुति हुई ।