भागलपुर जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर पूरब झारखण्ड-बिहार बॉर्डर की कहानी सुनकर आप हैरान हो जाएंगे क्योंकि यह बिहार सरकार के प्रशासन की व्यवस्था है, यह शराब और वसूली में व्यस्त रहती हैं, क्षेत्र में ओवरलोड ट्रक और ट्रैक्टर से वसूली अच्छा हो जाता है। यह कह सकते है कि शराब और वसूली से ही सरकार चलती हैं।
एक बार कहलगांव डीएसपी और एसएसपी ने इस मुद्दे को उजागर किया था मगर आज तक रुका नहीं और वसूली के कारण ही बिहार में शराबबंदी सफल नहीं हो सकता है सरकार आदेश जारी करती है और प्रशासन मौन रहती है देखिए बिहार के ईशीपुर थाना के प्रशासन ने नए साल का व्यवस्था क्या किया है, बिहार झारखंड का बॉर्डर पीरपैंती थाना और ईशीपुर थाना हमेशा चर्चा में रहते हैं शराब हो या ओवरलोड वाहनों का वसूली हो यह विषय काफी चर्चा में रहा है।