


भागलपुर: बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बावजूद शराब तस्करी लगातार जारी है, और इसके खिलाफ उत्पाद विभाग की कार्रवाई भी जारी है। हाल ही में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें बिहार पुलिस के अधिकारी शराब तस्करी में शामिल पाए गए हैं। ताजा मामला बांका जिले से जुड़ा हुआ है, जहां झारखंड के गोड्डा जिले में शराब तस्करी करते हुए बिहार उत्पाद विभाग के पुलिस कर्मियों को झारखंड पुलिस ने पकड़ लिया।

यह घटना होली के दिन गोड्डा जिले के पथरगामा थाना क्षेत्र के उरकुसिया चेकनाका पर हुई। झारखंड पुलिस ने एक बोलेरो गाड़ी को रोककर जब पूछताछ की, तो यह खुलासा हुआ कि गाड़ी में बैठे लोग बिहार उत्पाद विभाग के पुलिस अधिकारी थे। गाड़ी की जांच करने पर पुलिस ने भारी मात्रा में शराब, हथकड़ी और अन्य पुलिस सामग्री बरामद की।

जब बिहार पुलिस ने झारखंड पुलिस पर हमला किया, तो झारखंड पुलिस ने भी जवाबी हमला कर दिया और बिहार पुलिस की जमकर धुनाई की। बाद में झारखंड पुलिस ने वरीय पुलिस अधिकारियों को सूचित किया, और उनसे पहले ही बिहार पुलिस अपनी गाड़ी छोड़कर फरार हो गई। घटना स्थल पर स्थानीय मुखिया गौतम गुप्ता के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीण पहुंचे और इस गंभीर मामले की जानकारी प्रशासन को दी।
गोड्डा जिला उत्पाद विभाग की टीम मौके पर पहुंची और गाड़ी सहित बरामद शराब को जब्त कर पथरगामा थाना ले गई। इस घटना ने बिहार में शराबबंदी के प्रयासों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, क्योंकि उत्पाद विभाग के ही अधिकारी इस तस्करी में शामिल थे। अब यह देखना होगा कि बिहार और झारखंड की सरकारें इस गंभीर मुद्दे पर क्या कार्रवाई करती हैं।
यदि झारखंड पुलिस के आरोप सही साबित होते हैं, तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शराबबंदी नीति पर भी सवाल उठेंगे। विपक्ष ने हमेशा शराब तस्करी में अधिकारियों की संलिप्तता की बात की है, और अब इस घटना से यह आशंका और भी मजबूत हो गई है। जांच के बाद इस मामले में किस प्रकार की कार्रवाई होती है, यह देखने वाली बात होगी।
