भागलपुर/निभाष मोदी
जहानाबाद के पति पत्नी कलयुग मे बना सरवन कुमार
चंदन और उसकी पत्नी ने मां बाप को कांवर मे बैठा कर सुलतानगंज से ले गया बाबाधाम
भागलपुर। कहते है बुलंद इरादों से लिखते है हम तकदीर अपनी ,.हमारे किस्मत हाथ की लकीरों की मोहताज नही. सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं है और ना ही कोई पुजा है. जी हां हम बात कर रहे है जहानाबाद के रहने वाले चंदन कुमार की।
कोरोना काल के 2 साल बाद विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला इस बार आयोजित की गई है और इस श्रावणी मेला में कई अनोखे कांवरियों को अनोखे अंदाज में देखा गया है ।बताते चलें कि यह विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला विश्व का सबसे बड़ा चलंत मेला है ।यह 105 किलोमीटर का चलंत मेला है ।इसमें देश-विदेश से लोग पैदल चलकर 105 किलोमीटर की दूरी तय कर बाबा बैद्यनाथ को जल अर्पण करने आते हैं और ऐसा माना जाता है कि जो मन्नते होती है वह पूरा होता है।
ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला इस बार विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला के सुल्तानगंज के अजगैबीनाथ गंगा घाट के किनारे।जो श्रवण कुमार कलयुग मे श्रवण कुमार बनकर अपने मांं और पिता को भोले बाबा का दर्शन कराने के लिये कांवर मे बैठाकर ले गया.सुलतानगंज गंगा घाट पर गंगा स्नान कर दोनो मां बाप को कांवर मे लेकर पुत्र चंदन और पुत्रवधू रानी देवी ने देवघर लेकर चलें,
सास-ससुर को मां और पिता के बाद का एक बेटी का फर्ज अदा कर रही है चंदन कुमार की पत्नी रानी देवी जो कि कांवर को सहारा दे रही है । इस कलियुग में इस श्रवण कुमार के इस भक्ति को देखकर सभी ने सराहा ।