अंग की नगरी भागलपुर जिला के नारायणपुर प्रखंड अंतर्गत मधुरापुर बाजार निवासी सुरेश शर्मा के पुत्र शिवभक्त पंकज कुमार शर्मा (30) ने अपने गांव से पैदल केदारनाथ मंदिर का दर्शन करने का भीष्म प्रतिज्ञा लिया है. अपनी जन्मभूमि व कर्मभूमि से बाबा केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा करेंगें. पंकज कुमार शर्मा ने बताया कि यात्रा 14 जुलाई 2023 से शुरू होकर 15 सितंबर तक पूरी होने की संभावना है.
लगभग 1780 किलोमीटर की लंबी पैदल यात्रा में दो ढ़ाई महीना लग सकता है. श्री शर्मा ने बताया कि भोले बाबा के प्रति बचपन से ही अटूट आस्था है. वर्ष 2016 से लगातार कई धार्मिक मंदिरों का दर्शन कर चूके है. 2016 में उन्होंने स्थानीय स्तर पर बाबा अजगैवीनाथ , बैद्यनाथ व बासुकीनाथ का दर्शन पूजन किया हैं. 2017 में अमरनाथ , 2018 में वैष्णों देवी व शिवखोड़ी धाम की यात्रा कर चूके हैं. 2019 में बाबा काशीनाथ का दर्शन पूजन किया.
2020-21 में कोविड ने इनकी धार्मिक यात्रा को रोक दिया. पंकज बताते है कि 2022 में उत्तराखंड के गंगोत्री , यमुनोत्री हरिद्वार व केदारनाथ का दर्शन किया. वहां कि प्राकृतिक छटा , व पांडवों से जुड़े ऐतिहासिक वर्णन का जिक्र मुझे बेहद पसंद आया . उन्होंने बताया कि पिछले यात्रा के दौरान लोगों ने बताया कि बाबा केदारनाथ स्वंयभू महादेव है. जाग्रत महादेव हैं.मुझे कुछ अलौकिक शक्तियां महसूस हुआ उसी उर्जा के कारण दुबारा जाने का सोचा हूं. पिछले वर्ष ही पैदल दर्शन का इरादा था लेकिन परिजनों ने सपोर्ट नहीं किया. इस बार पैदल यात्रा की शुभकामना दे रहें हैं.
14 जुलाई शुक्रवार को सुबह सात बजे स्थानीय देवी देवता का पूजन कर व माता पिता और बड़ों जनों का आशीर्वाद के साथ सुबह सात बजे यात्रा प्रारंभ करेंगें.यात्रा पूरी कर बाबा केदारनाथ जी का दर्शन पूजन कर परिवार, समाज एवं राष्ट्र की समृद्धि के लिए मंगलकामना करूंगा.
बाबा बर्फानी सेवा समिति मधुरापुर की स्थापना 2016 में लगभग बीस सदस्यों के साथ किया.
मधुरापुर बाजार में रचना प्रिंटिंग प्रेस का संचालक है युवक
बिहपुर प्रखंड में स्थित मड़वा गांव में बाबा ब्रजलेश्वर धाम मंदिर में सावन की अंतिम सोमवारी में शामिल श्रद्धालुओं के लिए समिति वर्ष 2018 से अबतक महाप्रसाद की व्यवस्था करती है. जिसमें स्थानीय लोगों की सक्रिय भूमिका रहती है.
ऐसा पहला अवसर होगा , इनकी अनुपस्थिति में मधुरापुर के लोग इस महाप्रसाद व्यवस्था को संचालित करेंगें.