नवगछिया: श्रावण-झूलनोत्सव सह रूद्राभिषेक महोत्सव के अंतिम दिन शिवशक्ति योगपीठ नवगछिया में विधायाक शंकर सिंह, उनकी पत्नी एवं जिप सदस्य प्रतिमा कुमारी, ज्ञान वाटिका विद्यालय सिंघिया मकंदपुर के संरक्षक नीलेश कुमार झा समेत कुल 18 दंपतियों ने रूद्राभिषेक किया।
इस अवसर पर आयोजित सत्संग समारोह में पं. चंद्रकांत, पं. प्रेमशंकर भारती, प्रो. (डॉ.) ज्योतीन्द्र चौधरी, कुंदन बाबा, शिव शरण पोद्दार सिया बाबू, गीतकार राजकुमार समेत कई विद्वानों ने अपने विचार व्यक्त किए। प्रो. (डॉ.) ज्योतीन्द्र चौधरी ने गुरु भक्ति पर बल देते हुए गुरु के प्रति आस्था बनाए रखने का संदेश दिया, जबकि पं. प्रेमशंकर भारती ने रामायण की कथा के माध्यम से भगवान राम के आदर्शों को जीवन में अपनाने की प्रेरणा दी।
पं. चंद्रकांत ने सत्संग की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि जीवन को सफल बनाने के लिए सत्संग का अनुसरण करना आवश्यक है। शिव शरण पोद्दार सिया बाबू ने गुरु भक्ति को जीवन में शक्ति का स्रोत बताया। गीतकार राजकुमार ने परमहंस स्वामी आगमानंद महाराज के विशाल व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनके शिष्य निश्चित रूप से जीवन में उल्लास और सुख का अनुभव करते हैं।
भजन गायकों में सुबोध, केशव, अरुण ठाकुर और अन्य कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से पूरे माहौल को भक्तिमय बना दिया। मंच संचालन का कार्य कुशल संचालक चंदन जी ने किया।
श्रावणी पूर्णिमा और रक्षाबंधन पर्व के मद्देनजर इस महोत्सव में भारी भीड़ उमड़ी। आयोजन के दौरान आगत अतिथियों और श्रद्धालुओं की सेवा में कई गुरुभक्त समर्पित रहे, जिनमें मिल्टन, रमण, राजेश, मनीष, धर्मेंद्र, दयानंद, सुमन, केशव और बालक शामिल थे। महाप्रसाद वितरण के साथ महोत्सव का समापन हुआ, जिसमें सभी ने भक्ति भाव से भाग लिया।