नवगछिया के सैदपुर दुर्गा मंदिर में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन गुरुवार को काफी संख्या में लोग पहुंचे. स्वामी आगमानंद जी महाराज ने जन्माष्टमी के कई प्रसंगों को सुनाया. उनके प्रसंग में भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं की चर्चा हुई. माखन चोरी और गोपियों के साथ हास्य-विनोद की कथा सुनकर सभी भावविभोर हो गये. स्वामी आगमानंद जी ने कहा कि मानवता की रक्षा के लिए उन्होंने अवतार लिया था. वे भगवान विष्णु के अवतार थे. उन्होंने लोगों को कर्तव्य की शिक्षा दी. इस दौरान स्वामी आगमानंद जी ने कई भजन, आरती गाकर सभी को भाव विभोर कर दिया.
बाबा ने पॉलिथिन का प्रयोग रोकने का समर्थन किया
कथा के दौरान स्वामी आगमानंद ने सनातन धर्म के लिए सभी को समर्पित होने का आह्वान किया. कहा कि जैन मत हिंदू धर्म की एक शाखा है. साथ ही उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि पॉलिथिन काफी नुकसानदायक है. सरकार और प्रशासन भी पॉलिथिन पर रोक लगाना चाहती है, लेकिन पुलिस पॉलिथिन में सब्जी बेचने वालों को तो पकड़ती है, लेकिन पॉलिथिन फैक्ट्री को बंद नहीं करती. यह व्यवस्था ही चिंतनीय है.
नाली का पानी गंगा में बहाया जा रहा, प्रतिमा विसर्जन पर है रोक
आगमानंद जी महाराज ने कहा कि हिंदू देवी-देवताओं की प्रतिमाओं का गंगा में विसर्जित करने पर रोक है, जबकि नाले का पानी गंगा में प्रवाहित हो रही है. प्रतिमाओं का निर्माण मिट्टी, पुआल और लकड़ी से होता है, जो गंगा में प्रवाहित होने के बाद जल को हानि नहीं पहुंचाता. भागवत कथा के दौरान कुंदन बाबा, मनोरंजन प्रसाद सिंह, पंडित प्रेम शंकर भारती, शिव प्रेमानंद भाय जी, स्वामी मानवानंद जी, रामबालक भाई, पंडित कौशल बाबा, मुकेश शास्त्री, पंडित चंद्रकांत झा, कपिस जी, उत्तम जी, श्वेत कमल आदि वहां मौजूद थे. दूसरी तरफ, श्री शिवशक्ति योगपीठ नवगछिया में भी भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव काफी धूम-धाम से मनाया गया. स्वामी आगमानंद ने वहां पहुंचकर भगवान की पूजा अर्चना की.