भागलपुर/ निभाष मोदी
भागलपुर, दुर्गापूजा बंगालियों का सबसे अहम त्योहार हैं, विजयादशमी के दिन सुहागिन महिलाएं मां दुर्गा को सिंदूर लगाने के बाद आपस में सिंदूर खेला करती है, बंगला संस्कृति में यह शुभ का प्रतीक माना जाता है और नृत्य गायन कर मां से समस्त समाज की बेहतरी की कामना करती हैं, आज भागलपुर व भागलपुर के आसपास दुर्गाबाड़ी कालीबाड़ी की महिलाओं ने मां की विदाई के समय एक दूसरे को सिंदूर लगाकर मां को नम आंखों से विदाई दी ,बताते चलें कि शारदीय नवरात्र में 9 दिन की पूजा अर्चना के.
बाद मां दुर्गा की प्रतिमा को दसवे दिन धूमधाम से गाजे-बाजे के साथ विसर्जित किया गया मौके पर सिंदूर खेला के रस्म अदायगी में महिलाओं ने एक दूसरे को सिंदूर लगाकर खूब सिंदूर खेला का आनंद लिया हालांकि यह खेल थोड़ी देर के लिए बड़ा ही भावुक पल था साथ ही मां दुर्गा की विदाई के साथ महिलाओं के आंखें नम थी कहते हैं कि मां दुर्गा को सिंदूर लगाने का बड़ा महत्व है । सिंदूर खेला के साथ मां दुर्गा माईके से विदा हो गई, महिलाओं ने नम आंखों से कहा फिर अगले बरस जल्दी आना मां ।