एक की बची जान
शव की तलाश जारी
नवगछिया। बिहपुर थाना के सामने सीढ़ी घाट पर रविवार की दोपहर करीब दो बजे स्नान करने के दौरान तैराकी की होड़ में दो युवक डूबने लगे, जहां एक कि किसी तरह जान बची वही एक युवक की डूबने से मौत हो गई। मृतक बिहपुर थाना क्षेत्र के विक्रमपुर निवासी गजेंद्र यादव उर्फ गाजो यादव का पुत्र सुभम कुमार उम्र 18 वर्ष बताया गया। मिली जानकारी के अनुसार दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के पूर्व चार युवक सीढ़ी घाट पर स्नान कर रहे थे तभी सुभम कुमार और संतोष कुमार राय के पुत्र सुधांशु कुमार राय के बीच नदी को पहले पार करने के लिए तैराकी की होड़ लगी जहां दोनो युवक नदी में कूद पड़े और तैराकी शुरू हुई वही बीच नदी में पहुंचते ही दोनो युवक डूबने लगे।
जहां सुधांशु किसी तरह तैरकर पानी से बाहर आ गया लेकिन सुभम बाहर नही आ सका और वह नदी में डूब गया। घटना की सूचना मिलते ही बिहपुर बीडीओ सत्यनारायण पंडित, अंचलाधिकारी लवकुश कुमार, थानाध्यक्ष राहुल कुमार ठाकुर दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थानीय गोताखोरों के सहयोग से शव की तलासी शुरू हुई। खबर लिखे जाने तक शव तलास नही हो पाई थी। मौके पर बिहपुर विधायक ई शैलेंद्र भी पहुंचे थे। मृतक चार भाई-बहनों में बड़ा इंटर का छात्र था। घटना की जानकारी मिलते ही मृतक के घर कोहराम मच गया। रोते बिलखते परिजन सीढ़ी घाट पहुंचे। इस दौरान आसपास के इलाकों से हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ घाट पर जमा हो गई।
ग्रामीणों ने कहा, बिहपुर में नही थी पूर्व से कोई तैयारी
विसर्जन घाट पर एसडीआरएफ, गोताखोर व आपदा मित्र की नही थी तैनाती
घटना के बाद सीढ़ी घाट पर नवगछिया एसडीओ ऋतुराज प्रताप सिंह, एसपी पुरन कुमार झा, एसडीपीओ ओमप्रकाश, हेडक्वार्टर डीएसपी समेत कई थानों की पुलिस देर शाम तक मौजूद थे। जनप्रतिनिधियों समेत ग्रामीणों ने कहा, विसर्जन स्थल पर प्रशासन की कोई तैयारी पूर्व से नही थी। जिस कारण प्रतिमा विसर्जन के पूर्व ही सीढ़ी घाट पर डूबने की घटना हुई। अगर एसडीआरएफ व गोताखोर की टीम घाट पर रहती तो शायद डूबने की घटना नही होती या युवक को डूबने से बचाया जा सकता था। ग्रामीणों ने बिहपुर सीओ लवकुश कुमार पर विसर्जन पूर्व व्यवस्था में लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि सरकार आपदा मित्र को ऐसे हालातों में तैनाती करने का आदेश दिया है नवगछिया के सभी प्रखंडों में आपदा मित्र को तैनात किया गया परंतु भागलपुर जिलाधकारी के आदेश के बावजूद बिहपुर में आपदा मित्र को तैनात नही किया गया, जो अधिकारी द्वारा बरती गई घोर लापरवाही को दर्शाता है। नवगछिया एसडीओ एवं सीओ दोनों अधिकारी से संपर्क असफल रहा।