बाजार में अतिक्रमण का बोलबाला, सब्जी मंडी और मछली हाट सड़क पर लगने से यातायात बाधित
नवगछिया। भवानीपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत मधुरापुर बाजार में स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से प्रतिदिन जाम लग रहा है। क्षेत्र में चर्चा है कि प्रशासन की अनदेखी और मिलीभगत के चलते पूरा बाजार अतिक्रमण की चपेट में आ चुका है। वर्षों से अतिक्रमण की मार झेल रहे इस बाजार में आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बावजूद इसके, स्थानीय थाना पुलिस और संबंधित अधिकारी इस गंभीर समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। लोगों का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारियों ने इस ओर से आंखें मूंद ली हैं और शायद पुलिस ‘मोतियाबिंद’ का शिकार हो गई है।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, बाजार की सड़कों पर सब्जी और कपड़ों की दुकानें प्रशासन की सहमति से लगाई जा रही हैं, जिससे यातायात ठप हो जाता है। इतना ही नहीं, बाजार की गलियों को भी अतिक्रमण कर पक्का मकान बना लिया गया है, जिससे पैदल चलने वाले लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। खगड़िया और भागलपुर जिले के दर्जनों गांवों के लिए यह बाजार लाइफलाइन की तरह काम करता है, क्योंकि ग्रामीण यहीं से होकर नारायणपुर पीएचसी, प्रखंड मुख्यालय, अनुमंडल और जिला कार्यालय तक पहुंचते हैं।
आए दिन ग्रामीणों, मरीजों, स्कूली बच्चों, सरकारी कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों को जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है, लेकिन अब तक इस अतिक्रमण को हटाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। सड़कों पर लगने वाले सब्जी मंडी और मछली हाट को सही स्थान पर स्थानांतरित नहीं किए जाने से जाम की समस्या और गंभीर हो रही है। ऑटो, टोटो और अन्य यात्री वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने के कारण सड़कों पर ही सब्जी और मिठाई की दुकानें लगाई जाती हैं। भोला मेडिकल के पास सब्जी विक्रेता और मिथिला मेडिकल के पास बर्तन विक्रेता सड़क पर दुकानें लगाकर हमेशा जाम की स्थिति उत्पन्न करते हैं। इससे स्थानीय लोगों का समय बर्बाद होता है और तनाव का माहौल बन जाता है।
आश्चर्यजनक रूप से, प्रशासन इन अतिक्रमणकारियों के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं कर रहा है, जिससे आए दिन दुकानदारों और राहगीरों के बीच विवाद की स्थिति पैदा हो जाती है। भवानीपुर थाना पुलिस उचित कार्रवाई करने के बजाय शिकायत दर्ज करने का बहाना करती है, जबकि दुकानदारों द्वारा सड़क पर दुकानें लगाना सबको स्पष्ट दिखता है। लेकिन पुलिस को यह गंभीर समस्या नजर नहीं आती।
जब राहगीर इस अतिक्रमण का विरोध करते हैं, तो दुकानदार मारपीट पर उतर आते हैं। भवानीपुर पुलिस को इसकी शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती। इस संदर्भ में जब भवानीपुर थानाध्यक्ष महेश कुमार से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई जानकारी नहीं मिली है। आवेदन मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।