लेखनी : ऋषव मिश्रा कृष्णा , मुख्य संपादक
सुलेशन चिपकाने के काम में आता है लेकिन इनदिनों नवगछिया का किशोरवय उम्र सुलेशन की जद में बुरी तरह से फंस चुका है. नवगछिया बाजार के विभिन्न जगहों पर रोजाना बड़ी मात्रा में सुलेशन की खपत हो रही है. अक्सर पान दुकानों पर आसानी से सुलेशन मिल जा रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि पांच रुपये में सनफिक्स, क्वीक फिक्स आदि ब्रांड का एक पैकेट सुलेशन आता है. लोग इसे पॉलीथीन में डाल कर पहले रगड़ते हैं और फिर पोलोथिन में मुंह लगा कर हवा खींचते हैं. दो चार बार करने के बाद ही आंखें लाल हो जाती है. बच्चों का कहना है कि इसमें काफी मजा है दिन भर में कम से कम चार बार वे लोग इसे लेते हैं. ज्यादातर आर्थिक रूप से विपन्न परिवारों के कामकाजी बच्चे इस नशे के आदि हो चुके हैं. नवगछिया के स्थानीय लोगों ने सक्षम पदाधिकारी को मामले में पहल करने की मांग की है.