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नवगछिया – नवगछिया के बिषाय टोला निवासी संजो उर्फ सुनीता देवी हत्याकांड में नवगछिया पुलिस ने भागलपुर जिले के बरारी थाना क्षेत्र के साधु गोपलेन निवासी घोटन पासवान के 18 वर्षीय पुत्र आकाश पासवान को गिरफ्तार कर लिया है. आकाश के पास से मृतका का मोबाइल भी बरामद किया गया. मामले में एक और आरोपी विषाय टोला निवासी सिंटू पासवान घटना के दिन से ही फरार चल रहा है. नवगछिया के एसडीपीओ दिलीप कुमार ने दावा किया है कि जल्द ही दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. पुलिस ने घटना का कारण प्रेम प्रसंग बताया है. लेकिन प्रेम प्रसंगों में इतना उलझाव है कि पुलिस अभी भी पूरी कहानी नहीं बता पा रही है. सिंटू पासवान के गिरफ्तार होने के बाद एक प्रमाणिक कहानी आने की संभावना है.

एसडीपीओ दिलीप कुमार ने कहा कि 30 नवंबर को मिले अज्ञात शव की शिनाख्त संजीव उर्फ सुनीता देवी के रूप में हो जाने के बाद उन लोगों ने वैज्ञानिक अनुसंधान शुरू किया तो हत्याकांड का रहस्य परत दर परत खुलता चला गया और पुलिस आरोपी तक पहुंच गयी. आकाश के विरुद्ध पुलिस के पास पर्याप्त साक्ष्य हैं. आशीष को जब पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया तब उसके पास दो मोबाइल था. एक मोबाइल के बारे में तो उसने संतोषजनक उत्तर दिया लेकिन दूसरा मोबाइल किसका है इसके बारे में वह संतोषजनक उत्तर नहीं दे रहा. फिर मृतिका के पुत्री ने मोबाइल देखकर कहा कि यह मोबाइल उसकी मां की है. इस बात के भी साक्ष्य मिले हैं कि आकाश संजू देवी और उसकी पुत्री से मोबाइल पर बराबर बात किया करता था. मामले में एक अन्य आरोपी सिंटू पासवान का भी संजो देवी के घर आना जाना था.एसडीपीओ दिलीप कुमार ने कहा कि कहा जा रहा है कि सिंटू का संजो देवी के साथ नाजायज संबंध था.सिंटू की शादी 25 नवंबर को ही हुई थी. संजो देवी सिंटू की शादी का विरोध करती थी, इसी कारण से अपने पुराने संबंध के कारण उसका पारिवारिक जीवन खराब न हो संजो की साजिश के तहत हत्या कर दी गयी. जिसमें आकाश का सहयोग लिया गया.आकाश का घर भागलपुर मायागंज अस्पताल के पास ही है. आकाश की मां भी मायागंज में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी हुई है. आकाश सिंटू का रिश्तेदार भी है. संजो देवी की पुत्री पिछले वर्ष बीमार हुई तो उसका इलाज मायागंज में चल रहा था. इसी क्रम में संजो देवी और उसके बेटियों के साथ आकाश की जान पहचान हुई. कहा जा रहा है कि आकाश संजो देवी की पुत्री पर बदनीयत रखता था. इसलिये आकाश के रास्ते में भी संजो देवी कांटे के समान थी. इसी कारण आकाश भी सिंटू के साथ हत्या के षड्यंत्र में शामिल हो गया.

संजू देवी हत्याकांड में आरोपियों के दुस्साहस की कहानी चौका देने वाली है. पहले सिंटू ने फोन करके संजो देवी को बुलाया फिर घटना स्थल पर आकाश को भी बुलाया. फिर गला दबा कर संजो देवी की हत्या कर दी गयी. हत्या के बाद शव को छुपा कर दोनों संजो देवी के घर पहुंच गए. सुबह की निकली संजो देवी को देर शाम भी वापस नहीं लौटने पर उसके सभी बच्चे सिंटू और आकाश को ही बार बार मां को फोन लगाने बोलते रहे. लेकिन बच्चों को क्या पता था कि जिसे वह अपना समझ रहे हैं वही उसकी मां का कातिल है. मालूम हो कि बच्चों ने पुलिस को बयान दिया था कि रविवार के दिन जब उसकी मां घर से निकली तो वह यह कहकर निकली कि रोमन से कुछ पैसे लेने जा रही है. पुलिस अनुसंधान में रोमन का नाम अब तक कहीं नहीं आया है.नवगछिया के एसडीपीओ दिलीप कुमार ने कहा कि मृतिका के परिजनों को मुआवजा दिलवाने के लिये पुलिस स्तर पर पहल की जा रही है. एक अन्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिये भी सघन छापेमारी की जा रही है.

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