अयोध्या में हुआ भव्य मंगलाशासन समारोह
भागलपुर। श्री शिवशक्ति योगपीठ नवगछिया के पीठाधीश्वर स्वामी आगमानंद जी महाराज अयोध्या प्रवास के बाद भागलपुर लौट आए हैं। अयोध्या प्रवास के दौरान उन्हें जगद्गुरु रामानुजाचार्य की उपाधि प्रदान की गई। श्री उत्तरतोताद्रि मठ विभीषणकुंड, अयोध्या में आयोजित विशेष समारोह में स्वामी आगमानंद जी महाराज का मंगलाशासन किया गया। इस अवसर पर एक दर्जन से अधिक रामानुजाचार्य संतों की उपस्थिति में जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी वासुदेवाचार्य विद्या भास्कर जी ने उन्हें यह उपाधि प्रदान की।
स्वामी आगमानंद जी के आध्यात्मिक गुरु, श्रीमद्जगदगुरु रामानुजाचार्य अनंत श्री विभूषित बाल ब्रह्मचारी स्वामी अनन्ताचार्य जी ने सातदिवसीय भागवत कथा के दौरान अचानक घोषणा करते हुए कहा कि अब स्वामी आगमानंद जी इस पीठ का दायित्व संभालेंगे। इसके उपरांत उनके मंगलाशासन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें उन्हें तिलक लगाकर अंगवस्त्र और माला प्रदान की गई।
समारोह में जगद्गुरु स्वामी विष्णुप्रपण्ण जी, स्वामी बालकृष्णाचार्य जी, स्वामी दासरथी जी, स्वामी शशिधराचार्य जी, धरनीधराचार्य जी महाराज, स्वामी अवध किशोर शरण, स्वामी रामकुमार जी, फलहारी बाबा सहित कई प्रमुख संत उपस्थित थे। भजन सम्राट डॉ. हिमांशु मोहन मिश्र दीपक जी ने अपने भजनों से समारोह को भक्ति-भाव से भर दिया।
अयोध्या प्रवास के दौरान स्वामी आगमानंद जी महाराज ने रामलला, हनुमान गढ़ी आदि मंदिरों में दर्शन-पूजन किया और प्रयागराज जाकर पवित्र संगम में स्नान किया। इस अवसर पर हजारों श्रद्धालु उनके साथ उपस्थित रहे।
अब स्वामी आगमानंद जी महाराज को ‘श्री रामचंद्राचार्य परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज’ के नाम से जाना जाएगा। अंग क्षेत्र के प्रसिद्ध संत स्वामी आगमानंद जी महाराज के जगद्गुरु रामानुजाचार्य बनने से उनके अनुयायियों में हर्ष का माहौल है।