

नवगछिया : जदयू जिला नवगछिया की ओर से आजादी की लड़ाई में फांसी को गले लगाने वाले स्वतंत्रता सेनानी शहीद रामफल मंडल का शहादत दिवस मनाया गया. जिला अध्यक्ष त्रिपुरारी कुमार भारती ने कहा कि अमर शहीद रामफल मंडल बाजपट्टी में अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाई थी. आंदोलन के दौरान अंग्रेजों द्वारा सीतामढ़ी गोली कांड हुई थी, बच्चे बूढ़े और औरत गोली कांड में मारे गए थे. विरोध स्वरूप वीर सपूत रामफल मंडल ने गोलीकांड के जवाबदेह अंग्रेजी हुक्मरानों के तत्कालीन एसडीओ एवं अन्य दो सिपाहियों की गड़ासा से काट कर हत्या कर दी थी. उनकी शहादत को भुलाया नहीं जा सकता. जदयू जिला के मुख्य प्रवक्ता कुमार मिलन सागर ने कहा कि आजादी की लड़ाई में फांसी को गले लगाने वाले बिहार का पहला सपूत महान स्वतंत्रता सेनानी शहीद रामफल मंडल की शहादत को भुलाया नहीं जा सकता. रविवार 23 अगस्त 1943 की सुबह भागलपुर सेंट्रल जेल में 19 वर्ष 17 दिन की अवस्था में उन्हें फांसी दे दी गई थी. शहीद रामफल मंडल के चित्र पर जदयू जिला अध्यक्ष त्रिपुरारी कुमार भारती, जदयू जिला मुख्य प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी कुमार मिलन सागर, विमल देव राय, अखिलेश सिंह निषाद, मुरारी मंडल, डॉ दीपक साह, सुनील चौधरी, मोहम्मद शाहजहां, वकील पासवान, टुनटुन कुमार मंडल, शाहिद रजा, मोहम्मद इश्तेखार आलम सहित जदयू कार्यकर्ताओं ने नमन एवं श्रद्धा सुमन अर्पित किया.