रचनात्मक क्षमता और कौशल विकास द्वारा हरेक छात्र बन सकते हैं आत्मनिर्भर : कुलपति।
भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी मेघालय (यूएसटीएम) में एसोसिएशन ऑफ इण्डियन यूनिवर्सिटीज नई दिल्ली द्वारा आयोजित नेशनल कॉन्फ्रेंस ऑफ वाईस चांसलर्स के कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम में देश भर के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने भाग लिया। टीएमबीयू के कुलपति प्रो. जवाहर लाल भी उक्त कॉन्फ्रेंस में शामिल होकर अपने विचार रखे। वीसी प्रो. लाल ने ट्रांस्फोर्मेटिव हायर एडुकेशन फॉर आत्मनिर्भर भारत पर अपने विचार साझा किए।
टीएमबीयू के वीसी प्रो. जवाहर लाल ने कॉन्फ्रेंस के दौरान अपने वक्तव्य में कहा कि रचनात्मक क्षमता और कौशल विकास कार्यक्रम द्वारा प्रत्येक छात्र आत्मनिर्भर हो सकते हैं और हम अनुसंधान और नवाचार द्वारा भारत को आत्मनिर्भर बना सकते हैं।विश्वविद्यालयों में असाधारण अनुसंधान और नवाचार के लिए सतत प्रयास और पहल जरूरी है। उन्होंने कहा कि शिक्षक को उच्च आचरण और मार्गदर्शन के लिए आगे आना चाहिए जो विशेष रूप से उद्योग और व्यवसाय तथा समग्र रूप से समाज की आवश्यकता है। उन्होंने परिवर्तनकारी उच्च शिक्षा पर विस्तार से चर्चा की। वीसी ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने भारतीय उच्च शिक्षा प्रणाली के लिए एक नई कल्पना का सूत्रपात किया है।
यह एक आत्मनिर्भर भारत के निर्माण से जुड़ी दृष्टि को रेखांकित करने वाली है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति द्वारा नयी पीढ़ी को बेहतर भविष्य देने की शुरुआत हो रही है।
सत्र के उप-विषय ‘भारतीय उच्च शिक्षा आयोग (एचईसीआई) के लिए आदर्श मॉडल’, ‘रैंकिंग और रेटिंग: विभेदक सद्भाव’, और ‘स्वायत्तता: मुद्दे और चिंताएं’ थे।
“समग्र शिक्षा के लिए सुधार” पर तीसरे तकनीकी सत्र में उप-विषय ‘परिणाम आधारित शिक्षा को बढ़ावा’, ‘उच्च शिक्षा के साथ कौशल का एकीकरण’, ‘अभिनव आकलन और मूल्यांकन तकनीक’ थे।
चौथे तकनीकी सत्र का विषय था “अनुसंधान और उत्कृष्टता के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाना” उप-विषयों जैसे ‘अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग’; ‘परिसर में अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के तरीके’; और ‘प्रभावशाली और सामाजिक रूप से प्रासंगिक अनुसंधान के लिए अभिनव तरीके और कौशल’।
उल्लेखनीय है कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने यूएसटीएम मेघालय में आयोजित हो रहे कुलपतियों के तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया था।
यह जानकारी तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के पीआरओ डॉ दीपक कुमार दिनकर ने दी।