नवगछिया के जीरोमाइल के समीप तेतरी में भारत सरकार की सात डिसिमल जमीन की एक करोड़ 11 लाख रुपए में सौदा कर लिया गया. इतना ही नहीं नवगछिया और आसपास के क्षेत्र में भू माफिया बिहार सरकार की जमीन पर भी कब्जा कर रहा है. मालूम हो कि नवगछिया जीरोमाइल में भू अर्जन विभाग द्वारा कई वर्ष पहले चार एकड़ जमीन की नापी करवाकर चिन्हित किया गया था. इसके बावजूद माफिया भारत सरकार की जमीन का सौदा कर रहे हैं. ग्राहकों को अंधेरे में रखकर मोटी रकम का सौदा कर रहे हैं.
इस जमीन पर फिलहाल गंगा कटाव के विस्थापित रह रहे हैं. इन लोगों का कहना है कि अगर यह जमीन बिहार सरकार की होती तो आज उन्हें यहां बसने के लिए सरकार द्वारा पर्चा और रसीद दिया जाता. यह भी बताया कि जल्द ही उन्हें यह जमीन खाली करनी पड़ सकती है. क्योंकि विक्रमशिला समांतर पुल बनने के बाद इस जगह को बाईपास के रूप में लिया जाएगा. जिसे चिन्हित भी किया गया है. ग्रामीणों ने बताया कि वह इस समस्या को लेकर मुख्यमंत्री के पास भी गए थे. मगर उन्होंने यही कहा कि यह भारत सरकार की जमीन है.
बता दें कि जिस जमीन को बेची गयी है वह तेतरी मौजा के खाता संख्या 1266 खसरा 2177 का है, जिसे शंकर कुमार द्वारा अपना बताया जा रहा है. उन्हीं के द्वारा यह जमीन भू माफिया को बेची गई है. जमीन पर दावा करने वाले शंकर कुमार के पुत्र ने कहा कि यह जमीन उनके पिता के नाम से है. यह भी कहा कि वह जमीन नहीं बेच रहा है.
इधर, नवगछिया अंचल अधिकारी विश्वास आनंद ने कहा कि नवगछिया जीरो माइल के पास की जमीन एनएचआई भारत सरकार की है. विक्रमशिला पुल के निर्माण को ध्यान में रखते हुए इस जमीन का अधिग्रहण किया गया है. अगर किसी के द्वारा जमीन बेची भी जा रही है तो इसका मोटेसन उनके दफ्तर से नहीं होगी.