अगर प्रलोभन देने वाला कॉल आपको भी आ रहा हो तो हो जाएं सावधान, हो सकते हैं ठगी के शिकार
भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर से 50 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। 10 जून को प्रोफेसर निर्मला कुमारी के पास एक कॉल आया जिसमें कॉलर ने खुद को कुरियर कंपनी का कर्मचारी बताया और कहा कि उनका एक पार्सल एयरपोर्ट पर अटका हुआ है।
कॉलर ने कहा कि अधिक जानकारी के लिए उसे एक अन्य नंबर पर कनेक्ट करेगा। उस नंबर पर कॉल करने पर उसने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया और कहा कि प्रोफेसर का आधार कार्ड मनी लांड्रिंग केस में शामिल है। उसने बताया कि उनका आधार कार्ड मुंबई में गिरफ्तार एक मुस्लिम व्यक्ति द्वारा गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया है। उसने विभिन्न स्थानों पर प्रोफेसर की गतिविधियों की जानकारी दी, जिससे प्रोफेसर भयभीत हो गईं।
अपराधी ने कहा कि होटल या अन्य जगहों पर आधार कार्ड का उपयोग करने से यह समस्या उत्पन्न हुई है और इसके लिए उन्हें अपनी पर्सनल और बैंकिंग जानकारी देनी होगी। उसने पुलिस की वर्दी में अपना चेहरा दिखाकर खुद को पुलिस अधिकारी साबित करने की कोशिश की।
प्रोफेसर निर्मला ने बताया कि अपराधी ने उनके मोबाइल को हैक कर लिया था और उन्हें मोबाइल बंद न करने की सख्त हिदायत दी थी। 11 जून तक अपराधियों ने दो किस्तों में 3 लाख 5000 और 2 लाख 5000 रुपए का स्थानांतरण करवा लिया। इसके बाद भी वे लगातार संपर्क में बने रहे और प्रोफेसर को उनके निवेश की जानकारी देकर एसआईपी भुनाने के लिए कहा।
20 जून को प्रोफेसर ने 42 लाख 50000 रुपए का स्थानांतरण करवाया। अपराधी ने प्रोफेसर को बताया कि यह राशि आरबीआई से सत्यापन के बाद वापस कर दी जाएगी। इसके बाद अपराधियों ने अपना मोबाइल बंद कर लिया। जब प्रोफेसर को शक हुआ, तो उन्होंने मामले की शिकायत अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 पर की और साइबर थाने में आवेदन देकर प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज करवाई।
मीडिया से बातचीत के दौरान प्रोफेसर ने बताया कि वे 10 दिनों तक अपराधियों द्वारा मनी लांड्रिंग के भय में रहीं। 24 घंटे वीडियो कॉल पर रहते हुए अपराधी उन्हें धमकाते रहे और खतरे का हवाला देते रहे।
सिटी एसपी राज ने बताया कि मामले की पूरी छानबीन की जा रही है और अपराधियों को पकड़ने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। इस घटना से सभी को सतर्क रहना चाहिए और किसी भी अनजान कॉल पर अपनी निजी जानकारी और बैंकिंग विवरण साझा नहीं करना चाहिए।