निभाष मोदी,भागलपुर।
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर अंगिका विभाग के द्वारा दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के दूसरे दिन वार्ता व कवि गोष्टी का आयोजन किया गया। इस सेमिनार का मुख्य विषय था “अंगप्रदेश रो संस्कृति आरो साहित्य”।
कार्यक्रम मे स्वागतकर्ता के रूप में पूरा स्नातकोत्तर अंगिका विभाग के छात्र-छात्राएं मौजूद थे वही निवेदक के रूप में स्नातकोत्तर हिंदी विभाग के (समायोजक)प्रोफ़ेसर योगेंद्र थे।
मीडिया से बात करते हुए प्रोफेसर डॉक्टर योगेंद्र ने बताया इस दो दिवसीय सेमिनार में अंगिका कैसे और भाषाओं से अलग है पर वार्ता हुई। साथ ही इस कार्यक्रम में छात्रों ने अपना सोध जमा किया ।उस पर भी वार्ता की गई। डॉक्टर योगेंद्र ने कहा यह सेमिनार चार सत्रों में किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में डॉ अमरेंद्र, अनिरुद्ध विमल ,मृदुला शुक्ला ,प्रिय प्रभात, पवन कुमार सिंह थे ।वहीं उन्होंने कहा कि आज के सत्र में कवि सम्मेलन का भी कार्यक्रम
आयोजित किया गया, आज के कवि सम्मेलन में बिहार व झारखंड के अंगिका, हिंदी भाषा कवियों ने अपनी प्रस्तुति दी। वही कार्यक्रम में डॉक्टर योगेंद्र, डॉ अमरेंद्र ,डॉक्टर सुबोध मंडल, प्रवीण प्रभात, मीरा झा के अलावे शोध छात्र कुमार गौरव, मृत्युंजय कुमार, अभिनव झा, मधुर मिलन नायक, बबीता ,राजनंदनी, सरस्वती के अलावे दर्जनों छात्र-छात्राएं मौजूद थे।