


भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के 48वें दीक्षांत समारोह में महामहिम राज्यपाल एवं कुलाधिपति आरिफ मोहम्मद खान शनिवार को भागलपुर पहुंचे। विश्वविद्यालय परिसर में पहुंचने पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके उपरांत कुलाधिपति को पारंपरिक भागलपुरी अंग वस्त्र, पुष्पगुच्छ और प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया।

समारोह में कुलाधिपति ने चार शैक्षणिक सत्रों—2021, 2022, 2023 और 2024—के 182 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल और स्मृति पदक प्रदान कर सम्मानित किया। साथ ही उन्होंने सभी पीएचडी धारकों को शपथ दिलाई और कुल 5117 विद्यार्थियों को उपाधि और प्रमाण पत्र प्रदान किए।
कुलपति प्रो. जवाहरलाल ने जानकारी दी कि यह दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा आयोजन रहा, जिसमें सर्वाधिक संख्या में विद्यार्थियों को उपाधियाँ प्रदान की गईं।
विवरण अनुसार—पीजी सामान्य कोर्स के 116 विद्यार्थियों, वोकेशनल व प्रोफेशनल कोर्स के 12, फैकल्टी टॉपर्स के 19, स्नातकोत्तर स्मृति पदक विजेताओं के 26, स्नातक स्मृति पदक विजेताओं के 6 तथा सर्वश्रेष्ठ स्नातक के 3 विद्यार्थियों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।

इस बीच, समारोह के आयोजन को लेकर विश्वविद्यालय के सीनियर सदस्य राजेश कुमार तिवारी की ओर से एक तीखी टिप्पणी भी सामने आई है। उन्होंने कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले को देखते हुए समारोह को सादगी से मनाया जाना चाहिए था। उन्होंने इस बाबत कुलपति से भी आग्रह किया था, क्योंकि यह समय देशभर के लिए शोक की घड़ी है।
