

भागलपुर के पीरपैंती में अंचलाधिकारी ने फरवरी 2024 में अभियान बसेरा के तहत 112 भूमिहीन लोगों को जमीन की बासगीत पर्चा का वितरण किया था। जब उक्त जमीन पर सरकारी अमीन और नियुक्त अधिकारी बासगीत पर्चा धारक को दखल कब्जा कराने पहुंचे, तो जिलाधिकारी डॉक्टर नवल किशोर चौधरी का आदेश आया कि सभी कार्यों को तत्काल बंद कर जमीन को खाली किया जाए।

पर्चा धारक जमीन खाली करने के लिए तैयार नहीं हुए और पिछले 3 दिनों से बांस, तिरपाल, रस्सी एवं अन्य जरूरत के सामानों के साथ उस जमीन पर ही रह रहे हैं। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी 2, डॉक्टर अर्जुन कुमार गुप्ता, एवं जिला पारिषद उपाध्यक्ष पप्पू यादव ने डीएम के आदेश का हवाला देते हुए पर्चा धारियों को समझा-बुझा कर जमीन खाली करने को कहा। बात नहीं मानने पर, डॉक्टर अर्जुन कुमार गुप्ता ने पर्चा धारियों को टेंट न लगाने एवं पेड़ पौधों को नुकसान न पहुँचाने की नसीहत दी और जमीन खाली करने का आदेश दिया।

शरणार्थियों ने 1959 ई. में पुनर्वास विभाग, भारत सरकार से प्राप्त जमीन पर इस तरह की हरकत से नाराज होकर आसपास के गाँव के लोगों के साथ रिफ्यूजी कॉलोनी स्थित दुर्गा स्थान के प्रांगण में बैठक की। शरणार्थियों शंकर राजवंशी, हरिधन राजवंशी, विमल राजवंशी, बलराम राजवंशी, विकास राजवंशी ने सरकार द्वारा प्राप्त जमीन की कागजात एवं कोर्ट के आदेश दिखाते हुए अपनी जमीन और जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई। पंचायत समिति प्रतिनिधि विजय साह ने वरीय पदाधिकारियों से जल्द समस्या का समाधान करने का अनुरोध किया है।
