भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में उस समय सनसनी फैल गई जब दो पीजी छात्राएं आपस में भिड़ गईं और चाकूबाजी की घटना सामने आई। घटना तब हुई जब दोनों छात्राएं विभिन्न विषयों की परीक्षाएं देने विश्वविद्यालय पहुंची थीं। एक छात्रा होम साइंस की और दूसरी मनोविज्ञान की बताई जा रही है।
मामला तब प्रकाश में आया जब विभाग के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी बमबम ने बाथरूम में जोर-जोर से आवाजें सुनीं और वहां पहुंचकर देखा कि दोनों छात्राएं एक-दूसरे से लड़ रही थीं। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना विभाग के एचओडी और अन्य शिक्षकों को दी। मौके पर पहुंचकर शिक्षकों ने किसी तरह दोनों छात्राओं को शांत कराया और उनके परिजनों को बुलाकर मामले को सुलझाया।
इसके बाद, किसी ने इस घटना की जानकारी कुलपति डॉ. जवाहरलाल को दी। कुलपति ने तुरंत संबंधित विभाग के एचओडी और शिक्षकों के साथ बैठक बुलाई और पूरे मामले की पूछताछ की। प्रारंभिक जांच में कुलपति ने चाकूबाजी की घटना से इनकार किया, लेकिन एक छात्रा के बैग से दो चाकू बरामद होने की पुष्टि की।
कुलपति डॉ. जवाहरलाल ने कहा, “दो छात्राएं आपस में भिड़ गई थीं। मैंने प्रारंभिक जांच की है और सभी शिक्षकों से पूछताछ की है। घटना की गंभीरता को देखते हुए हमने पुलिस जांच के आदेश दिए हैं ताकि सच्चाई सामने आ सके।”
इस घटना ने विश्वविद्यालय में सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं और छात्रों के बीच भय का माहौल बना दिया है। पुलिस जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि इस घटना के पीछे वास्तविक कारण क्या था।