भागलपुर : बिहार पुलिस में पहली बार तीन ट्रांसजेंडर सब इंस्पेक्टर (दरोगा) बनी हैं, जिनमें दो ट्रांसमेन और एक ट्रांसवूमेन हैं। इनमें से भागलपुर के एक छोटे से गांव की रहने वाली मानवी मधु कश्यप बिहार की पहली ट्रांसजेंडर दरोगा बनी हैं। पिछले 10 साल से अपने घर नहीं गई मानवी ने बताया कि उन्होंने इस मुकाम को पाने के लिए काफी संघर्ष किया है।
मानवी ने कहा, “मैं सबसे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और गुरु रहमान सर को धन्यवाद देना चाहती हूं। उन्होंने मुझे यहां तक पहुंचाने में मदद की। हमें बहुत बार ताने सुनने को मिले, लेकिन मैंने सभी की बातों को इग्नोर किया।”
शिक्षाविद गुरु रहमान ने बताया कि मानवी ने कई कोचिंग संस्थानों में एडमिशन के लिए कोशिश की, लेकिन हर जगह उसे निराशा ही मिली। कोचिंग संस्थानों का कहना था कि ट्रांसजेंडर छात्रों की उपस्थिति से माहौल खराब हो जाएगा।
गुरु रहमान ने कहा, “मानवी की सफलता हमें दिखाती है कि संघर्ष और समर्पण से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। अब यह शोषण की पात्र नहीं बनेगी, बल्कि अपनी कलम से समाज में बदलाव लाएगी।”
मानवी कहती हैं, “मैं इस परीक्षा के लिए 2021 से तैयारी कर रही थी। पटना आने के बाद गुरु रहमान सर से मिली और उन्हें अपने पुलिस विभाग में नौकरी करने के सपने के बारे में बताया। मेरा सपना यहीं खत्म नहीं होता, मैं यूपीएससी क्लियर कर एक आईएएस अधिकारी बनना चाहती हूं।”
मानवी की सफलता पर गुरु रहमान भावुक हो गए और कहा, “इसके पापा कहते थे या तो हमें मार दो या तुम मर जाओ। शुरू में जब यह पटना आई थी तो इससे घर-घर भेजकर बधाई करवाई जाती थी और गलत काम करवाया जाता था। तमाम तरह की प्रताड़ना सहन करने के बाद यह बच्ची मेरे पास आई।”