बिहार के बांका थाना अंतर्गत छत्रपाल पंचायत के हीर मोती गांव के 55 वर्षीय दिलेश्वर दर्वे की 45 वर्षीय धर्मपत्नी गीता देवी को इश्क का परवान इस तरह चढ़ा की अपने ही दामाद के साथ जो की कटोरिया थाना क्षेत्र के धोवनी गांव के निवासी सिकंदर यादव से हो गई। वही गीता देवी( सास ) की पुत्री से 30 वर्ष पूर्व सिकंदर यादव से शादी हुई थी वही कुछ दिन पहले सिकंदर यादव की पत्नी का देहांत हो गया था जिसमें एक लड़का और एक लड़की भी है । वही पत्नी के मरने के बाद सिकंदर यादव का अपने ही सासू मां पर दिल आ गया । कहा जाता है ना कि अगर प्यार हो जाता है तो किसी भी दीवार को पार कर जाता है वही कहावत यहां देखने को मिला ।
वह एक दिन पूर्व अपने ससुराल हीर मोती पहुंचे थे और दोनों के ऊपर उनके पति को संदेह हुआ जिस पर उन्होंने इसकी जानकारी स्थानीय ग्रामीणों को दी तो गांव में पंचायत रखी गई और ग्रामीणों के समक्ष दामाद ने अपने ही सासू मां और दामाद ने प्यार का इजहार गांव वालों के समक्ष किया । जिस पर सिकंदर यादव के ससुर और गांव वालों ने मिलकर सिकंदर यादव और उनकी सासू मां गीता देवी की शादी करा दी उसके बाद आज शनिवार को बांका न्यायालय में दोनों प्रेमी युगल को सिकंदर यादव के ससुर ने न्यायालय में कोर्ट मैरिज भी करवा दिया और अपनी पत्नी को दामाद साथ के साथ विदा कर दिया।