खरीक प्रखंड के तुलसीपुर पंचायत के मुखिया उमेश यादव पर आरोप है कि उन्होंने सोमवार को अंचल कार्यालय में घुसकर राजस्व कर्मचारी बाबूलाल सिंह की लात-घूंसे से पिटाई की। यह घटना प्रमुख के विरुद्ध लाए गए अविश्वास प्रस्ताव की सूचना पर मुखिया के अंचल कार्यालय पहुंचने के दौरान हुई।
क्या है मामला?
मुखिया उमेश यादव जमीन बंटवारे को लेकर खतियान के आधार पर चर्चा कर रहे थे। इस दौरान राजस्व कर्मचारी ने स्पष्ट किया कि बिना खतियान धारक की मौजूदगी और बंटवारानामा के, खतियान से रैयतों की जमाबंदी अलग नहीं हो सकती। इस पर मुखिया गुस्से में आ गए और कर्मचारी को जमीन पर पटककर लात-घूंसे से पीटना शुरू कर दिया।
पीड़ित कर्मचारी का आरोप
राजस्व कर्मचारी बाबूलाल सिंह ने आरोप लगाया कि मुखिया ने गाली-गलौज करते हुए उन्हें कॉलर पकड़कर करीब 50 मीटर घसीटा और नजारत शाखा में ले गए। वहां गला दबाकर हत्या करने की कोशिश की गई और जूते से बुरी तरह पीटा। सहकर्मियों के सहयोग से उनकी जान बचाई जा सकी। कर्मचारी ने बताया कि यह पूरी घटना कार्यालय में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद है।
घटना के बाद हंगामा
घटना के बाद सभी अंचल कर्मियों ने काम का बहिष्कार करते हुए सुरक्षा की मांग की। उन्होंने कार्यालय में ताला लगाकर वरीय पदाधिकारियों को घटना की सूचना दी।
मुखिया को हिरासत में लिया गया
खरीक थानाध्यक्ष नरेश कुमार ने एसपी प्रेरणा कुमार के निर्देश पर मुखिया को अंचल कार्यालय के एक बंद कमरे से हिरासत में लिया। बताया गया कि मुखिया ने घटना के बाद खुद को एक कमरे में बंद कर लिया था।
प्राथमिकी दर्ज
पीड़ित कर्मचारी ने खरीक थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। शिकायत में उन्होंने मारपीट, गला दबाने की कोशिश, और जान से मारने की नीयत का आरोप लगाया है।
मुखिया ने बताया आरोप निराधार
इधर, मुखिया उमेश यादव ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह अपनी पत्नी शीला देवी के नाम से किए गए म्यूटेशन की जानकारी लेने गए थे। उन्होंने दावा किया कि राजस्व कर्मचारी ने उनके साथ बदतमीजी की, जिसके बाद उन्होंने सीओ से शिकायत की। बाकी आरोप पूरी तरह झूठे और बेबुनियाद हैं।
प्रशासन का हस्तक्षेप
घटना की गंभीरता को देखते हुए नवगछिया एसडीओ ऋतुराज प्रताप सिंह और एसडीपीओ ओमप्रकाश ने पुलिस बल के साथ अंचल कार्यालय पहुंचकर स्थिति संभाली। मामले की जांच जारी है, और सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।