मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को पटना में निर्मित आधुनिक सुविधाओं से वाले अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) और कृषि भवन का उद्घाटन करेंगे।
आईएसबीटी का उद्घाटन समारोह शाम पांच बजे होगा। नगर विकास एवं आवास विभाग और बुडको ने कार्यक्रम फाइनल होते ही तैयारी शुरू कर दी। उद्घाटन के साथ ही आईएसबीटी से फेज-1 में बसों का परिचालन शुरू हो जाएगा। इससे बिहार ही नहीं दूसरे राज्यों से भी सड़क परिवहन सेवा सुगम हो जाएगी।
राज्य के विभिन्न कोनों से हर दिन हजारों की संख्या में लोग पटना आते हैं। दूसरे शहरों से आवागमन की समुचित व्यवस्था एवं यात्री बसों के व्यवस्थित संचालन के लिए वित्तीय वर्ष 2017-18 में मौजा पहाड़ी में अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल (आइएसबीटी) योजना की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई थी। इस योजना की लागत 339 करोड़ 22 लाख है। आईएसबीटी तमाम अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसे तीन भागों में बांटकर बनाया गया है।
विभिन्न क्षेत्रों से आने वाले बसों के लिए अलग टर्मिनल के साथ ही यात्री सुविधाओं का भी विशेष इंतजाम किया गया है। इसके अलावा वाणिज्यिक ब्लॉक भी बनाया गया है। वहां बनीं दुकानों को बस अड्डे के संचालन और रखरखाव के लिए बनी समिति आवंटित करेगी। बीते दिनों राज्य कैबिनेट ने अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल सोसाइटी, पटना नामक इस शासी निकाय के गठन को भी मंजूरी प्रदान की थी।
चार अन्य बस स्टैंड का भी होगा उद्घाटन
मुख्यमंत्री पटना के आईएसबीटी के साथ ही चार अन्य जिलों के बस स्टैंडों का भी उद्घाटन करेंगे। इनमें औरंगाबाद, आरा, झाझा और नवादा के बस स्टैंड शामिल हैं।
कृषि भवन को भूकंपरोधी तकनीक से किया गया निर्माण
मीठापुर में नवनिर्मित कृषि भवन का उद्घाटन शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। इस भवन में एक छत के नीचे कृषि विभाग के सारे कार्यालय होंगे। कृषि भवन को ग्रीन बिल्डिंग की तर्ज पर बनाया गया है। 17 वाटर हार्वेस्टिंग और एक वाटर बॉडी के साथ चारों तरफ हरियाली से आच्छादित किया गया है। भवन का निर्माण भूकंपरोधी तकनीक से किया गया है। यह फायर फाइटिंग, सीसीटीवी कैमरा आदि आधुनिक सुविधाओं से लैस है। कृषि भवन के साथ ही, पूरे परिसर में निर्मित भवन की डिजाइन ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट पर की गयी है। पूरे परिसर में हरित क्षेत्र को विशेष प्राथमिकता दी गई है। भवन कुल 23.8018 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है।