नवगछिया अनुमंडल अस्पताल का बुरा हाल है. शुक्रवार को सुबह जिला बीस सूत्री कमेटी के उपाध्यक्ष सह जदयू के जिलाध्यक्ष विरेंद्र कुमार सिंह के औचक निरीक्षण के क्रम में व्यापक पैमाने पर अनियमितता का मामला उजागर हुआ है. प्रसव कराने आयी मक्खातकिया की गुड़िया देवी से खुशबख्ती के नाम पर तीन सौ रूपये और लेबर रूम से वार्ड के बेड तक पहुंचाने के लिए एक सौ रूपये की वसूली करने की बात सामने आयी. नाश्ते में नियमत: अंडा गायब था जबकि दो सौ एमएल दूध की जगह महज 50 एमएल दूध और छ: ब्रेड की जगह महज दो ब्रेड ही दिये गये थे.
12 बजने को थे लेकिन किसी भी मरीज को खाना नहीं खिलाया दिया गया था. जबकि दिन का खाना देने का समय ग्यारह से बारह बजे के बीच निर्धारित है. अस्पताल में बेड की उपलब्धता होने के बावजूद एक प्रसूता को फर्श पर ही लिटाया गया था. जब निरीक्षण के क्रम में विरेंद्र कुमार सिंह ने फर्श पर लिटाये जाने को लेकर सवाल खड़ा किया तो तुरंत बेड मंगवाया गया और प्रसूता को मुहैया कराया गया. गर्मी और उमस रहने के बावजूद वार्ड में कई पंखे खराब थे. निरीक्षण के क्रम में यह बात भी सामने आयी कि मरीजों को उपयोग किया हुआ बेड ही दिया गया था जो गंदा था और उससे बदबू भी आ रही थी. दूसरी तरफ किसी भी मरीज को न तो मास्क दिया गया था और न ही सोसल डिस्टैंसिंग का पालन करवाया जा रहा था.
जदयू के जिलाध्यक्ष विरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि सरकार की तरफ से रोगियों की सुविधा के लिए सभी प्रकार की व्यवस्था की गयी है लेकिन अस्प्ताल प्रबंधन राजनीति कर रहा है. सरकार को बदनाम करने के लिए अस्पताल में अवैध वसूली करायी जा रही है और व्यवस्था को जानबूझ कर लचर और घटिया बना दिया गया है. यह बरदाश्त से बाहर है. सभी जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की अनुशंसा की जायेगी. कुछ सुरक्षा गार्डों द्वारा मरीजों से अभद्र व्यवहार करने की शिकायत आयी जिस पर श्री सिंह ने सुरक्षा गार्डों को फटकार भी लगाया. निरीक्षण के क्रम में ही श्री सिंह ने अस्पताल प्रबंधक को फोन किया तो उनके तरफ से किसी प्रकार का संतोषजनक उत्तर नहीं मिला जबकि अस्पताल उपाधीक्षक डा एके सिन्हा ने कहा जिम्मेदार लोगों के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी और हर हालत अस्पताल की व्यवस्था में सुधार किया जायेगा.