ऑपरेशन के दौरान बच्चे की मौत पर ग्रामीणों ने किया जमकर हंगामा
भवानीपुर पुलिस के आश्वासन पर परिजन व ग्रामीण क्लिनिक से हटे
सीएस ने कहा मामले का होगा जॉच,
नारायणपुर में एक भी पंजीकृत क्लीनिक नहीं सीएस
नारायणपुर – प्रखंड के एनएच 31 नारायणपुर चौक से मधुरापुर बाजार को जोड़ने वाली मुख्य सड़क 13 नंबर सड़क किनारे स्थित उज्जवल क्लीनिक मधुरापुर में रविवार को ऑपरेशन के दौरान बच्चे की मौत व जच्चा गंभीर मामले में परिजन के साथ ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया।ग्रामीणों ने बताया की उज्जवल क्लीनिक में शनिवार की रात्रि चकरामी गॉव की गर्भवती महिला लहेरी खातुन का ऑपरेशन (सिजेरियन)किया गया था। ऑपरेशन के दौरान बच्चा मरने के बाद कर्मी द्वारा क्लीनिक से महिला को गंभीर अवस्था में भागलपुर ले जाने के लिए रेफर किया गया।परिजन गंभीर अवस्था में महिला को भागलपुर के एक निजी क्लीनिक में भर्ती करवाया गया जहॉ इलाज के दौरान चिकित्सक खतरे से बाहर बताया है।
परिवार वालों के कथनानुसार गर्भावस्था में उसे उज्जवल क्लीनिक में भर्ती करवाया गया। डॉक्टर ने बताया कि सिजेरियन करके बच्चा निकालना होगा। जिसका परिवार वालों ने सहमति दिया। इसके बाद उज्जवल क्लीनिक में लहेरी खातुन का सिजेरियन किया गया तो परिवार वालों के अनुसार बच्चा मर गया। बच्चा मरने के बाद महिला की स्थिति बिगड़ने लगी। स्थिति बिगड़ने के लिए डॉक्टर ने खुद को बचाते हुए परिवार वालों से कहा कि इसे भागलपुर ले जाइए मैं अब कुछ नहीं कर सकता हूं। इस पर परिवार वालों ने लहेरी खातुन को भागलपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया जहां महिला सुरक्षित है। परिवार वाले कहते हैं कि पेट के पास चीरा लगा है। अर्थात यहां ऑपरेशन हुआ।
ऑपरेशन करने से पहले पॉच हजार रूपए बतौर एडवांस भी लिया गया था। मरीज के रिश्तेदार मो.सैयद ने कहा की अगर उज्जवल क्लिनिक में सेजेरियन करके बच्चा नहीं बचाया जा सकता था उसे रिस्क नहीं लेना चाहिए था। परिजनों को बताना चाहिए था।जिससे आक्रोशित परिजन एवं ग्रामीणों ने रविवार को क्लीनिक के बाहर जमकर हंगामा किया। लोगों का कहना था कि क्लीनिक में सर्जन नहीं बैठता है। जब सर्जन ही नहीं बैठता है तो सीजेरियन किसने किया। किसके नाम पर क्लीनिक चल रहा है।
किसने लाइसेंस दिया है। ग्रामीणों का आरोप था कि नारायणपुर में इसी प्रकार से करीब पॉच अवैध क्लीनिक संचालित हो रहा है जहां सिजेरियन,बच्चादानी ऑपरेशन के नाम पर मनमाना रूपये वसूल कर गरीब को लूट कर क्लीनिक चला रहे है।ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारी से मांग किया है कि मामले का उच्च स्तरीय जांच होना चाहिए।हंगामे की सूचना पर भवानीपुर थानाध्यक्ष रमेश कुमार साह,पुअनि बसंत कुमार,सअनि मुकेश सिंह डीएपी जवान के साथ पहुंचे व स्थानीय लोगों की मदद से हंगामा को शांत करवाया। मामले में क्लीनिक संचालक से पक्ष लेने का प्रयास किया गया लेकिन उनके मोबाइल नंबर पर संपर्क नहीं हो सका। वहीं मामले को लेकर भागलपुर सीएस डॉ उमेश शर्मा ने कहा कि जांच का मामला है। पंजीकृत क्लीनिक नारायणपुर में ऑपरेशन का एक भी नहीं है।