भागलपुर: इस साल गर्मी के शुरुआत से ही बिहार के भागलपुर, बांका, नवादा, औरंगाबाद, कौमूर, रोहतास, मुंगेर, लखीसराय और जमुई में पानी के स्रोत सूख गए हैं, जिससे लोगों को पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
जल विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, सूबे के किसी भी जलाशय में 50 प्रतिशत भी पानी नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि बिहार के करीब 23 जलाशयों में से 16 जलाशयों में 10 प्रतिशत से भी कम पानी बचा है। वहीं, 40 से ज्यादा नदियों में अब पानी नहीं है, और जमीन में पानी का स्तर कम होने की वजह से हैंडपंप भी सूख चुके हैं।
बिहार में पानी की किल्लत की सबसे बड़ी वजह मानसून का देरी से आना है। पिछले 5 सालों से मानसून की शुरुआत देरी से हो रही है, जिससे बारिश कम हो रही है। इसका असर कृषि से लेकर आम लोगों पर भी पड़ रहा है। पीने के पानी की कमी की वजह से लोगों में संक्रमण भी फैल रहा है।