


प्रतिनिधि ढोलबज्जा: खैरपुर कदवा दुर्गा मंदिर के जमीन अतिक्रमण के मामले में अभियुक्त बनाए गए उप सरपंच परमानंद शर्मा को सोमवार की सुबह कदवा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जिसके विरोध में आक्रोशित वहां के सैकड़ों स्थानीय लोग करीब 8:00 बजे सड़क पर उतर आए. सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों ने बाबा बिशु राउत पुल के संपर्क पथ खैरपुर कदवा के स्थित बांस-बल्ली लगाकर करीब चार घंटे तक सड़क को जाम रखा. जिससे भटगामा जीरोमाइल व कदवा मिलन चौक की ओर भारी वाहनों की लंबी कतारें लग गई. जाम में कई सवारी गाड़ियों के साथ-साथ स्कूली बस भी फंसे रहे. विरोध प्रदर्शन में शामिल रणविजय शर्मा, राजकिशोर शर्मा, मुन्ना मंडल व सरपंच बिरेंद्र मंडल के साथ अन्य का कहना था कि- खैरपुर कदवा दुर्गा मंदिर के जमीन
अतिक्रमण को लेकर एक साल पहले हंगामे हुए थे. जिसमें पुलिस द्वारा निर्दोष 27 लोगों को नामजद करते हुए 173 अज्ञात लोगों के खिलाफ कदवा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. जिसके बाद से पुलिस लगातार एक के बाद एक को गिरफ्तार कर जेल भेज रहे हैं. नामजद सभी लोग निर्दोष हैं. पुलिस बेवजह हमलोगों को केश में फंसा कर परेशान कर रही है. केश में फंसाए गए गरीब मजदूर लोग गाय, भैंस,

बकरी बेच व जमीन को लीज पर या सुदभरना रख कर केश से मुक्त होने का प्रयास कर रहे हैं. साथ हीं बताया कि- वहीं केश में फंसे गए 27 लोगों में से एक खैरपुर बाजार के पंकज जायसवाल भी थे. जिसको पुलिस ने राजनीति के तहत पैसों के बल पर केश से नाम हटा दिए हैं. जेल हीं भेजना है तो, सभी को भेजें, नहीं तो जिस तरह पंकज जायसवाल को केश से बाहर किए उसी तरह सभी को करें अन्यथा हम लोग इससे भी ज्यादा उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे. वहीं कदवा पुलिस के साथ थानाध्यक्ष भूपेंद्र कुमार व एएसआई संजय कुमार ने प्रदर्शकारियों को

समझा-बुझाकर बुझा कर जाम हटाने का प्रयास कर रहे थे लेकिन, लोग मानने को तैयार नहीं थे. प्रदर्शन कर रहे लोग वरीय पदाधिकारियों को बुलाने की मांग कर रहे थे. अंत में थानाध्यक्ष द्वारा वरीय पुलिस पदाधिकारी से फोन पर बात करने के बाद आश्वासन दिया गया कि- दस दिन तक में गिरफ्तार उप सरपंच परमानंद शर्मा का जमानत करवा कर, एक महीना तक में केश समाप्त करने की प्रस्ताव वरीय पदाधिकारियों को भेज दिया जायेगा. उसके बाद करीब 12:35 बजे विरोध प्रदर्शन कर रहे आक्रोशित लोगों ने जाम हटाए.
