बिहपुर – शुक्रवार को प्रखंड के ट्राईसम भवन में द्वितीय राजभाषा उर्दू को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया।जिसकी अध्यक्षता उपप्रमुख एनामुल और संचालन उर्दू अनुवादक तौकीर आलम ने किया.इस बैठक में उर्दू की महत्ता पर विस्तृत चर्चा किया गया.बताया गया की दुनिया के नई जुबानों में एक जुबान का नाम उर्दू है.ये तकरीबन आठ सौ वर्ष पुरानी भाषा है।उर्दू तुर्की लफ्ज़ है।इसका मतलब होता है लश्कर.क्योंकि ये जुबान कई जुबानों से मिलकर बनी है।
कुछ लोग कहते है उर्दू संस्कृत लफ्ज़ है. हिन्दू -मुस्लिम दोनों इस जुबान को बोलते है .उर्दू सबसे मीठी जुबान है.उर्दू अनुवादक तौकीर आलम ने बताया सभी विभागों में कार्यरत गैर उर्दू भाषी क्षेत्रीय कर्मी ,नियोजित कर्मी व इच्छुक कर्मी जो उर्दू सीखना चाहते है. उसको विस्तृत जानकारी दी गई.कुछ कर्मी इस बैठक में उपस्थित नही हुये। उसको सख्त हिदायत दी गई.ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नही किया जाएगी।इस बैठक में संविदा लिपिक राजेश खन्ना ,जनसेवक पुरुषोत्तम चौधरी ,डाटा ऑपरेटर पीयूष कुमार व प्रखंड समन्वयक अमित कुमार समेत कई अन्य मौजूद थे.