नवगछिया के गोपालपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय अभिया की छात्रा ऋतु कुमारी अपनी मां ललिता देवी के साथ बीआरसी गोपालपुर में विद्यालय से नाम काटने के बाद प्रधानाध्यापक द्वारा विद्यालय से भागने को लेकर के हाफीडीपी लेकर बीआरसी का चक्कर लगा रही हैं। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पूर्व गांव में यज्ञ होने के कारण कुछ दिन विद्यालय नहीं जाने के कारण विद्यालय मेरा और मेरे भाई का नाम काट दिया गया।विद्यालय जाने पर भगा दिया जाता है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक के द्वारा बताया जाता है कि यहां पर अब तुमको पढ़ने का नहीं है इसलिए विद्यालय मत आया करो।मां ललिता देवी ने बताया कि हम लोग गरीब मजदूर हैं खेत में काम कर मजदूरी कमाते हैं पति बाहर में रहता है विद्यालय किसी कारण बस विद्यालय नहीं पहुंच पाया तो नाम काट दिया गया अब एफी डिफी मांगा गया जिसमें.
एफीडेविट बनाने में 600 से अधिक रुपया खर्च हो रहा है। 2 दिन से बीआरसी का भी चक्कर लगा रहे हैं। उन्होंने बताया कि विद्यालय जाने पर प्रधानाध्यापक के द्वारा बीआरसी गोपालपुर जाने को कहा गया।वहां एफेडेविड लाने को कहा गया।दोनों बच्चों का एफेडेविड बनाने हेतु वकील को छह सौ रुपए खर्च किए।आज दस बजे से ही दोनों बच्चों का एफेडेविड लेकर बीआरसी में बैठे हुए हैं। वहीं प्रधानाध्यापक प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि विद्यालय से छात्रों को भगाने जाने की बात पूरी तरह से बेबुनियाद है। पिछले महीने डीपीओ सह बीईओ नीतेश कुमार के द्वारा लगातार अनुपस्थित बच्चों की जानकारी ली जिसमें 204 छात्र छात्राओं के नामांकन रद्द करने का निर्देश दिया गया था।निर्देश के आलोक में नाम रद्द कर सभी के अभिभावकों को पूरी जानकारी दे दी गयी। विद्यालय में 705 छात्र नामांकित हैं और बारह शिक्षक कार्यरत हैं।