प्रदीप विद्रोही
कहलगांव (भागलपुर)। कहलगांव स्थित एनटीपीसी के सुजाता प्रेक्षागृह में आयोजित प्रस्तावित तीन दिवसीय विक्रमशिला महोत्सव 24 के दो दिवसीय ऑडिशन के प्रथम दिन जिले भर के कलाकारों को अपनी कला का प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान किया। ऑडिशन की शुरुआत गणेश वंदना जय हो गणेश… से हुई, जिसे मधुर स्वर से सजाया स्थानीय कलाकार बिनोद चौबे ने।
पहली प्रस्तुति में मंच पर एडीजी डांस ग्रुप, कहलगांव के बच्चों ने अपने डांस से खूब वाहवाही लूटी। इसके बाद सोनम एंड ग्रुप की छठ गीत नृत्य की प्रस्तुति थोड़ी निराशाजनक रही। वैभवी रानी, अन्वी सिंह, श्रुति ठाकुर और शिवान्या की एकल प्रस्तुतियों ने दर्शकों का मन मोह लिया। झिझिया नृत्य तोहरे भरोसे ब्रह्म बाबा… भरतनाट्यम के जरिए शिवान्या का भाव नृत्य ने खूब तालियां बटोरीं।
डीपीएस डांस ग्रुप ने महाभारत के चीरहरण प्रसंग पर अद्भुत समूह नृत्य की प्रस्तुति देकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। गायकी में, भागलपुर की लोकप्रिय लोक गायिका सह लेखिका अर्पिता चौधरी ने अपनी प्रस्तुति से शमां बांध दिया। उनके गाए गीत रेशमी नगरिया की शान हो…
ने हर किसी को मंत्रमुग्ध कर दिया। बासुकिनाथ यादव और सूरज कुमार झा ने अपनी गायकी से सबका दिल जीता। सूरज झा के गीत तोरे नैना बड़ा दगाबाज रे… ने प्रेक्षागृह में बैठे लोगों से खूब तालियां बटोरे। अर्पिता और सूरज की परिपक्व गायिकी में उनके लो और हाई नोट्स की प्रस्तुति को निर्णायकों ने जमकर सराहा। ऑडिशन के प्रथम दिन करीब 87 स्थानीय व जिले भर से आए बाल व युवा कलाकारों ने हिस्सा लिया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम समिति सह निर्णायक मंडली में प्रखंड प्रमुख नूतन देवी, नगर पंचायत अध्यक्ष संजीव कुमार, जिप सदस्य सोनी कुमारी, एसडीएम अशोक कुमार मंडल, प्रवीण राणा, जयप्रकाश तृषित, पवन भारती, गौतम चौधरी, लीना सिन्हा, पंकज गुप्ता सहित अन्य कई निर्णायकों ने प्रतिभागियों की सराहना करते हुए उन्हें मार्गदर्शन दिया।
हालांकि अपरिपक्व साजिंदों और साउंड सिस्टम की कुछ कमियां सामने आईं, फिर भी स्थानीय और भागलपुर से आए प्रतिभागियों ने अपनी शानदार प्रस्तुति से निर्णायकों और दर्शकों का दिल जीत लिया।