नवगछिया : दुनिया भर में विलुप्तप्राय पक्षी माने जाने वाले भगवान विष्णु के वाहक गरुड़ की प्रजजन स्थली के रूप में विश्व प्रसिद्ध कदवा दियारा में इन दिनों लगातार गरूड़ के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है.
विलुप्तप्राय पक्षी गरूड़ के प्रजनन के क्षेत्र में जहां कदवा दियारा का विश्व मे तीसरा व भारत में दूसरा स्थान है. कदवा दियारा पंचायत के प्रतापनगर कदवा में एक पेड़ पर लगभग 20 दिनों से तीन गरुड़ मृत अवस्था में ही पेड़ पर पड़ा हुआ है. जिसका गुरुवार को डीएफओ के निर्देश पर भागलपुर से आये चिकित्सकों की टीम ने तीनों को पेड़ पर से उतारकर पोस्टमार्टम करने भागलपुर ले गए ताकि पता चले कि किन कारणों से गरूड़ की मौत हुई है.
वहीं शनिवार को कदवा दियारा पंचायत के ही बगरी टोला कदवा में भी एक पेड़ पर तीन गरूड़ के मरने की जानकारी ग्रामीणों ने दी है. जिसमें एक गरूड़ नीचे गिरकर सड़-गल चुका है और दो मृत गरूड़ पेड़ पर ही हवा में झूल रहा है. मालूम हो कि कदवा दियारा क्षेत्र में इन दिनों पेड़ पर से गिरकर भी कई गरुड़ घायल हो गए हैं. लेकिन वहां पर वन विभाग की ओर से गरुड़ के गिरने से बचाव के लिए जाल नहीं लगाया गया है. सिर्फ कुछ ही जगहों पर जाल लगाकर खानापूर्ति कर दी गई है. जबकि बिहार सरकार की ओर से गरुड़ों की देखरेख के लिए प्रतिवर्ष लाखों रुपये का आवंटन किया जाता है.
विश्व प्रसिद्ध कदवा दियारा में गरूड़ के अस्तित्व पर संकट ||GS NEWS
नवगछिया बिहार भागलपुर February 4, 2024Tags: Vishva