भागलपुर/ निभाष मोदी
भागलपुर।बिहार कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व प्रभारी कुलपति अरुण कुमार के समय में सुरक्षा एजेंसी के चयन का मामला जहां विवादाें के घेरे में है। वहीं TMBU प्रशासन ने भी विश्वविद्यालय की सुरक्षा के लिए उसी एजेंसी का चयन किया है, जिसकी जांच आर्थिक अपराध इकाई कर रही है। बताया जा रहा है कि बीएयू में सामंता सिक्याेरिटीज एंड इंटेलिजेंस सर्विसेस प्रा. लि. पटना काे तकनीकी बिड रद्द हाेने के बावजूद टेंडर देने के मामले की जांच में ईओयू की टीम पिछ्ले दिनों बीएयू पहुंची और टेंडर से जुड़े डॉक्यूमेंट को अपने साथ ले गई है। इधर तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन, कुलपति, प्रति कुलपति और रजिस्ट्रार आवास समेत, दिनकर कैंपस, ओल्ड पीजी कैंपस, विश्वविद्यालय स्टेडियम, 24 परगना, महिला छात्रावास, रविंद्र भवन, गेस्ट हाउस,, कंट्रोलर ऑफिस, विश्वविद्यालय मुख्य द्वार सहित कई स्थानों पर सोमवार से सुरक्षा गार्डों की तैनाती कर दी गई।
इसके पूर्व प्रशासनिक भवन परिसर में सामंता सिक्योरिटी एंड इंटेलिजेंस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े लोगों ने सुरक्षा गार्ड को ड्यूटी के बारे में जानकारी दी। वहीं विश्वविद्यालय के तहखाने से यह बात भी निकल कर सामने आ रही है कि कमीशन के चक्कर में TMBU के अधिकारियों ने विवादित एजेंसी को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी है। प्रॉक्टर प्रोफेसर एसडी झा ने बताया कि विश्वविद्यालय में लगभग 45 सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। जिसकी ड्यूटी सिफ्ट में रहेगी।
जानकारी के अनुसार सामंता सुरक्षा और खुफिया सेवा प्राइवेट लिमिटेड पटना के जिन जवानों को TMBU में ड्यूटी के लिए लगाया गया है, उससे जुड़ी कागजात भी विश्वविद्यालय प्रशासन के पास उपलब्द नहीं है। एक सवाल के जवाब में प्रॉक्टर प्रोफेसर एसडी झा ने कहा कि सुरक्षा एजेंसी के अधिकारियों को सभी जवानों के आधार कार्ड की फोटो कॉपी और अन्य कागजात कुलानुशासक कार्यालय में जमा करने के लिए कहा गया है। इधर सामंता सिक्याेरिटीज के मामले पर वित्य कमिटी के मेंबर सह टीएमबीयू के सिंनेट सदस्य मुजफ्फर अहमद ने सवाल खड़े कर दिए है। मुजफ्फर अहमद ने कहा कि वित्त कमेटी की बैठक में सुरक्षा गार्ड की आवश्यकता पर चर्चा हुई थी। लेकिन बिना टेंडर के ही एजेंसी का चयन कर लिया गया।