दो पक्षों में जमीन पर कब्जा को लेकर चल रहा था कई वर्षों से केस
भागलपुर, भागलपुर में एक अनोखा मामला सामने आया है एक विवादित भूमि पर एक पक्ष ने हनुमान जी की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा किया पूजा की विधिवत मूर्ति स्थापना की गई वहीं दूसरे पक्ष ने अंधेरी रात्रि में उस हनुमान की प्रतिमा को उठाकर बगल के तालाब में विसर्जन कर दिया जिसको लेकर जमकर हंगामा हुए।
गौरतलब हो कि पहले से कोर्ट में विवादित जमीन को लेकर दो पक्षों में वाद विवाद चलता आ रहा था उसी में एक जमीन के टुकड़े पर हनुमान जी की प्रतिमा रखने को लेकर गुरुवार रात में हंगामा हो गया एक पक्ष में जमीन पर हद कायम करने के लिए रात में प्रतिमा रखी तो दूसरे पक्ष ने प्रतिमा को उठाकर पास के तालाब में विसर्जन कर दिया साथ ही मूर्ति रखने के लिए बनाए गए चबूतरे व अन्य भागों को भी तहस-नहस कर दिया घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मामले की छानबीन कर रही है मूर्ति तोड़ने की घटना गुरूवार देर रात की है यह घटना बबरगंज थाना क्षेत्र के सूरत नगर कॉलोनी में हुई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार यह 18 कट्ठा का भूमि का टुकड़ा है इस जमीन पर भू माफिया की नजर है इस प्लॉट के साथ कुछ सरकारी जमीन भी हैं जमीन मालिक अयोध्या शुक्ला को कोई पुत्र नहीं है उन पर काफी समय से जमीन बेचने का दबाव बनाया जा रहा है वर्ष 2011 से ही जमीन पर कब्जे को लेकर अदालत में केस चल रहा है गुरुवार को रामनवमी पर कुछ लोगों ने कथित तौर पर 18 कट्ठे से अलग सरकारी जमीन पर ही प्रतिमा स्थापित की गई थी अयोध्या शुक्ला के पक्ष के लोगों ने यह कहते हुए विरोध जताया की प्रतिमा सरकारी नहीं बल्कि उनके निजी जमीन पर स्थापित कराई गई थी।