जिलाधिकारी ने कहा सेम्पल को भेजा गया है जाँच में,एक सप्ताह बाद मुर्गी पालक कर पाएंगे मुर्गी का व्यवसाय
भागलपुर,के बरारी स्थित क्षेत्रीय कुक्कुट क्षेत्र में बर्ड फ्लू का सबसे खतरनाक वेरिएंट एच5 एन1 मिलने के बाद से एवियन इनफ्लुएंजा के वायरस को रोग फैलने से रोकने के लिए प्रशासनिक स्तर पर 5 दिनों से मुर्गा की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिसको लेकर मुर्गा व्यवसाय से जुड़े व्यवसाई आज जिला पशुपालन कार्यालय पहुंचे और यहां पर जिला पशुपालन पदाधिकारी का घंटों घेराव किया और उनसे मांग की है कि सभी मुर्गी फार्म की जांच करा कर उसका रिपोर्ट देखे जाने के बाद मुर्गा फर्मों को खोलने का निर्देश दिया जाए।
क्योंकि गर्मी को लेकर ऐसे भी मुर्गे मर रहे हैं, और और प्रशासनिक रोक लगने के बाद मुर्गा व्यवसाय से जुड़े हुए लोग भूखे मरने को विवश हो चुके हैं।इन लोगों का कहना है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद जिन जिन मुर्गा फार्म में रिपोर्ट सही आती है तो ऐसे व्यवसायियों को दुकान खोलने की अनुमति दी जाए। वही इस मसले पर जिला पशुपालन पदाधिकारी कुछ भी बोलने से बचते नजर आए। वहीं उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइन का ही पालन किया जा रहा है। वही बर्ड फ्लू के कारण मुर्गा के व्यवसाय पर रोक लगा दिए जाने को लेकर इस पेशे से जुड़े व्यवसाई काफी आक्रोशित हैं।
वहीं जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा बर्ड फ्लू को लेकर हम लोगों ने कई जगह से सैंपल जांच के लिए पटना भेज दिया है कहीं से किसी तरह की निगेटिव शिकायत नहीं आई है उम्मीद है पटना के लेबोरेटरी से भी पॉजिटिव खबर आएगी और अब मुर्गा व्यबसाई भी एक सप्ताह के बाद अपना व्यवसाय शुरू कर पाएंगे।