दुर्घटना का शिकार हुआ नौका मल्लाह दर्शन मांझी का है. 55 वर्षीय दर्शन मांझी कई वर्षों से नौका का परिचालन कर रहे हैं. दर्शन माझी के नाम पर ही जिस गंगा घाट से नौका का परिचालन होता था उस घाट का नाम दर्शनिया घाट रखा गया. हालांकि हादसे के बाद हर संभव लोगों की जान बचाने के बाद दर्शन माझी मौके से फरार हो गया. लेकिन संपर्क किए जाने पर इसमें पूरी बात बताएं कि वह बार-बार मना कर रहा था कि नवका ओवरलोड हो गया है अब ज्यादा आदमी इस पर मत जरिए लेकिन हर किसी ने उसकी बात को नजरअंदाज कर दिया. नाव खुली भी नहीं थी कि यह दुर्घटना का शिकार हो गया. आपदा प्रभारी विकास कुमार ने बताया कि मामले में छानबीन शुरू कर दी गई है अगर ना का परिचालन अवैध पाया गया तो निश्चित रूप से नाविक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. आपदा प्रभारी ने बताया कि जहां से उक्त नौका का परिचालन किया जाता था वहां पर दो नावों के परिचालन की सहमति वरीय पदाधिकारियों द्वारा मिली है. जल्द ही उक्त घाट पर सरकारी स्तर से नाव का परिचालन कराया जाएगा.
मृतका सुनैना देवी के पति को दिया गया था चार लाख का चेक
नौका हादसे में मारी गई सुनैना देवी के पति तलगुल यादव को आपदा प्रभारी विकास कुमार ने चार लाख रुपये का चेक प्रदान करते हुए अपनी संवेदना व्यक्त की है. मालूम हो कि सुनैना देवी अपने पीछे पूरण कुमार यादव(15) बिट्टू यादव(10) सनी यादव(07) मंगल यादव(05) चार पुत्रों को छोड़ गई है. सुनैना देवी की मृत्यु हो जाने के बाद उनके परिजन गहरे सदमे में है. गुरुवार को ही देर शाम सुनैना देवी का दाह संस्कार तीन टंगा करारी घाट पर किया गया.