ईस्माइलपुर थाना के छोटी परवत्ता निवासी मुकेश कुमार दास के पुत्र राहुल कुमार यूक्रेन में युक्रेन में बार्डर पार कर जाने से राहत की सांस लिया। राहुल कुमार मेडिकल की पढ़ाई युक्रेन में कर रहा था। वहां हो रहे युद्ध में वह फंसा हुआ था। राहुल के यूक्रेन की सीमावर्ती क्षेत्र हंगरी पहुंच जाने के कारण परिजनों ने राहत की सांस लिया है। परिजनों का कहना है कि हंगरी सुरक्षित पहुंचने हम लोगों को थोड़ा राहत मिला है। राहुल के पिता मुकेश कुमार दास ने बताया कि बड़ी उम्मीद से डॉक्टर पढ़ने के लिए इकलौते पुत्र राहुल को यूक्रेन भेजा था।
वहां पर दो वर्ष पूर्व कीव यूनिवर्सिटी में मेडिकल छात्र के रूप में नामांकन हुआ था। लेकिन कोरोना के कारण पिछले दो वर्षों से पढ़ाई बाधित था। कुछ दिन कॉलेज खुला ही था की जंग शुरू हो गई। इससे मेरे पुत्र का सपना अधूरा रह गया है। वह किसी तरह देश वापस आ जाए यही हम लोगों के लिए उम्मीद है। उन्होंने बताया कि हम लोग काफी प्रयास से उसे मेडिकल में नामांकन करा कर विदेश पढ़ने के लिए भेजे थे। लेकिन इस जंग ने हमारे व हमारे पुत्र के सपनों पर पानी फेर दिया। वहां पर वह दो वर्षों तक मेडिकल की पढ़ाई कर डॉक्टर बनते हैं।